छत्तीसगढ़ की धार्मिक भूमि एक बार फिर से शिवमय होने जा रही है, क्योंकि देशभर में शिव भक्ति का अलख जगाने वाले प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (pradeep mishra shiv mahapuran) ‘सीहोर वाले’ 19 जून से 23 जून 2025 तक दुर्ग जिले के ग्राम निकुम में भव्य शिव महापुराण कथा का आयोजन करने जा रहे हैं। इस भव्य आयोजन की घोषणा श्री विट्ठलेश सेवा समिति, सीहोर द्वारा की गई है। कथा का समय प्रतिदिन दोपहर 1/2 बजे से 4/5 बजे तक निर्धारित किया गया है। दुर्ग जिले में इससे पहले भिलाई, कोड़ियां जैसे स्थानों में कथा हो चुके है।
भक्तों की आस्था का महासागर: लाखों की संख्या में जुटते हैं श्रद्धालु
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथाओं में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ना अब एक परंपरा बन गई है। उनके हर आयोजन में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं, जो न सिर्फ देश के कोने-कोने से बल्कि विदेशों से भी पहुँचते हैं। उज्जैन, इंदौर, कानपुर, पटना, और हाल ही में भोपाल में हुई कथाओं में भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा, जिससे आयोजन स्थल किसी तीर्थ से कम नहीं लगे।
ग्राम निकुम भी अब इस अध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बनने जा रहा है। यहाँ का प्रत्येक निवासी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तन-मन-धन से जुटा हुआ है। आयोजक मंडल ने बताया कि कथा पंडाल की व्यवस्था, जलपान, पार्किंग, और स्वास्थ्य सेवाओं की विशेष तैयारी की जा रही है, ताकि दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। (pradeep mishra shiv mahapuran)
पंडित प्रदीप मिश्रा: शिव कथा के अप्रतिम मर्मज्ञ
पंडित प्रदीप मिश्रा का नाम आज हर शिव भक्त की जुबान पर है। वे अपनी ओजस्वी वाणी, सरल शैली और भावपूर्ण वर्णन के लिए विख्यात हैं। उनकी कथाओं में शिव तत्व को इतने सरल शब्दों में प्रस्तुत किया जाता है कि बच्चे से लेकर वृद्ध तक हर कोई उससे जुड़ जाता है।
उनकी कथाओं के प्रसिद्ध उद्धरण जैसे—
“बोल बम सिर्फ शब्द नहीं, वो भाव है — जो हृदय से निकले तो साक्षात शिव तक पहुँचे!”
“श्री शिवाय नमस्तुभ्यं”
“एक लोटा जल, सारी समस्या का हल”
“बोल बम का नारा है, बाबा एक सहारा है”
“खाली न जाता कोई दर से तुम्हारे, मै भी खड़ी हूं शंभु बाहें पसारे”
ग्राम निकुम बनेगा शिवभक्ति का नया तीर्थ
छत्तीसगढ़ के लिए यह अवसर गौरव का विषय है। ग्राम निकुम जैसे छोटे से गांव में देश के इतने बड़े आध्यात्मिक आयोजन का होना यह दर्शाता है कि श्रद्धा और भक्ति का कोई भौगोलिक सीमांकन नहीं होता। आयोजकों की मानें तो यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रुकने और भोजन की व्यवस्था गांव के प्रत्येक घर द्वारा की जा रही है। यह आयोजन गाँववासियों (pradeep mishra shiv mahapuran) की सामूहिक आस्था और सेवा भावना का भी प्रतीक बन चुका है।
यात्रा की योजना कैसे बनाएं कैसे पहुंचे?
यदि आप भी इस अध्यात्मिक आयोजन में भाग लेना चाहते हैं तो निकुम, जिला दुर्ग, छत्तीसगढ़ तक की यात्रा की योजना अभी से बनाना प्रारंभ करें। दुर्ग रेलवे स्टेशन से निकुम की दूरी लगभग 25 किमी है, और यहाँ से टैक्सी अथवा लोकल बस की सुविधा उपलब्ध है।
19 से 23 जून 2025 तक ग्राम निकुम में होने वाली शिव महापुराण कथा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि शिवभक्ति का महासंगम बनने जा रही है। पंडित प्रदीप मिश्रा (pradeep mishra shiv mahapuran) की अमृतवाणी और ग्रामवासियों की भक्ति इसे अविस्मरणीय बना देगी।
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